पौराणिक टीवी शो जो सदाबहार हैं
भारतीय टेलीविज़न पर पौराणिक टीवी शो ज़ का एक खास स्थान रहा है। इन शोज़ ने न केवल हमारी संस्कृति और परंपराओं को प्रस्तुत किया, बल्कि लाखों दर्शकों को अपनी कहानियों और पात्रों से भी जोड़ा। भले ही इन शोज़ का प्रसारण दशक पहले हुआ हो, लेकिन उनका प्रभाव और लोकप्रियता आज भी उतनी ही है। इस लेख में, हम कुछ ऐसे पौराणिक टीवी शोज़ पर चर्चा करेंगे, जिन्होंने भारतीय दर्शकों के दिलों में खास जगह बनाई है और जो आज भी सदाबहार माने जाते हैं।
1. रामायण
रामानंद सागर द्वारा निर्मित, रामायण भारतीय टेलीविज़न पर सबसे प्रसिद्ध पौराणिक धारावाहिकों में से एक है। इसका प्रसारण पहली बार 1987 में दूरदर्शन पर हुआ था। रामायण महाकाव्य पर आधारित इस धारावाहिक ने भगवान राम, सीता, और रावण की कहानी को दर्शकों के सामने प्रस्तुत किया। अपनी अद्भुत कहानी और संवादों के कारण यह धारावाहिक हर उम्र के दर्शकों के बीच लोकप्रिय बना हुआ है।
इस शो ने इतिहास रच दिया था जब इसके प्रसारण के दौरान सड़कों पर सन्नाटा छा जाता था और सभी लोग टीवी के सामने बैठ जाते थे। रामायण ने भारतीय संस्कृति और आदर्शों को प्रस्तुत किया और भगवान राम के गुणों को दर्शकों तक पहुंचाया। इसका पुनः प्रसारण लॉकडाउन के दौरान भी हुआ था, और इसे तब भी उतनी ही पसंद मिली थी।
2. महाभारत
बी.आर. चोपड़ा द्वारा निर्मित महाभारत भी भारतीय टेलीविज़न पर सबसे प्रतिष्ठित धारावाहिकों में से एक है। 1988 में प्रसारित यह धारावाहिक, महाभारत महाकाव्य पर आधारित था और इसमें पांडवों और कौरवों की कहानी को दर्शकों तक पहुंचाया गया।
इसके प्रभावशाली संवाद, अविस्मरणीय पात्र, और कथा के नैतिक मूल्यों ने इसे भारतीय टीवी इतिहास का एक मील का पत्थर बना दिया है। इसमें “मैं समय हूं” जैसे संवादों ने इसकी पहचान को और भी मजबूत बनाया। महाभारत का पुनः प्रसारण भी कई बार हुआ है और हर बार इसे नए और पुराने दर्शकों का प्यार मिला है।
3. श्रीकृष्ण
श्रीकृष्ण धारावाहिक का निर्माण भी रामानंद सागर ने किया था और यह भगवान कृष्ण की जीवन कथा पर आधारित था। इसका प्रसारण 1993 में हुआ था और इसमें कृष्ण के बाल लीलाओं से लेकर महाभारत युद्ध तक की यात्रा को दर्शाया गया था। इस धारावाहिक में भगवान कृष्ण के उपदेशों और शिक्षाओं को बहुत खूबसूरती से प्रस्तुत किया गया।
भगवान श्रीकृष्ण के गीता के उपदेश और उनके अद्वितीय चरित्र ने दर्शकों के दिलों में गहरी छाप छोड़ी। इस शो ने विशेष रूप से कृष्ण भक्ति को दर्शकों तक पहुँचाने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और आज भी इसे गहराई से याद किया जाता है।
4. ओम नमः शिवाय
भगवान शिव के जीवन पर आधारित ओम नमः शिवाय धारावाहिक का प्रसारण 1997 में हुआ था। इस शो ने भगवान शिव की अद्वितीय कहानियों, उनके शक्तिशाली रूप, और उनकी भक्ति को दर्शाया। इसमें शिव के शक्तिशाली रूप, उनके विवाह और उनके भक्तों के प्रति प्रेम को दिखाया गया है।
इस धारावाहिक ने भगवान शिव के अनेक रूपों और उनकी शक्तियों को प्रस्तुत किया, जिससे दर्शकों ने शिव भक्ति को और गहराई से समझा। इसमें भगवान शिव के कई रोचक प्रसंगों को बड़े ही भावपूर्ण तरीके से दर्शाया गया।
5. जय हनुमान
जय हनुमान धारावाहिक का निर्माण संजय खान द्वारा किया गया और इसका प्रसारण 1997 में हुआ था। यह शो भगवान हनुमान के जीवन और उनकी महिमा को दर्शाता है। उनकी भक्ति, शक्ति, और अद्वितीय गुणों के माध्यम से भगवान राम की सेवा का उनका अनोखा तरीका दर्शकों के लिए प्रेरणादायक रहा है।
इस धारावाहिक में हनुमान जी के अद्भुत पराक्रम, उनकी भक्ति, और उनके जीवन के प्रमुख प्रसंगों को दर्शाया गया है। दर्शकों ने इस धारावाहिक के माध्यम से भगवान हनुमान की शक्ति और भक्ति को नजदीक से जाना और समझा।
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निष्कर्ष
भारतीय पौराणिक टीवी शो ज़ ने दशकों से दर्शकों के दिलों में खास जगह बनाई है। रामायण, महाभारत, श्रीकृष्ण, ओम नमः शिवाय, और जय हनुमान जैसे शोज़ ने हमारी संस्कृति, परंपरा और धर्म को सजीव कर दिया है। इन शोज़ की सदाबहार लोकप्रियता और दर्शकों का स्नेह इन्हें सच में अमर बनाता है। चाहे कोई भी पीढ़ी हो, ये शोज़ हमेशा प्रेरणा देते रहेंगे और भारतीय टेलीविज़न पर अपनी अमिट छाप छोड़ते रहेंगे।
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